एडिक्शन एक बीमारी है – Addiction is a disease
1- एक बढ़ती हुई ता-उम्र चलनें वाली तेजी से फैलनें वाली बीमारी है ।
2- लाइलाज बीमारी है ।
3- जानलेवा बीमारी है ।
4- जिसमें पूर्वानुमान न लगाया जा सके ऐसी बीमारी है ।
बीमारी के लक्षण : —
1- Physical Allergy – अस्थिर/असँतुष्ट,
2- Mental Obsession – चिड़चिड़ापन,
3- Spritual Bankruptcy – बैचेनी ।
आचरण : —
झूठ, चोरी, धोखा, बेईमानी ।
चरित्र :- कपटी, रहस्यमयी, मायावी, चतुर, चालाक ।
(आकर्षक/चौंकानेंवाली/असमंजस में डालना/
विफल कर देनें वाली/बाधिका) ।
बीमारी का अंत :–
1- पागलखाना,
2- जेल,
3- आसामायिक अप्राकृतिक मृत्यू
निष्कर्ष :-
1- समस्या क्या है : — एडिक्शन ।
2- हल क्या है : — आध्यात्मिक जागृति ।
3- तरीका क्या है : — बारह कदम का कार्यक्रम ।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार nashe की वजह से दुनिया भर में प्रति वर्ष 30 लाख लोगों की मौत होती है । भारत जैसे देश में ऐसे 5 लाख शराबी प्रत्येक वर्ष असामायिक मृत्यू की वजह से मारे जाते हैं (जिनमें से ज्यादातर उस दिन ये तय करके निकलते हैं कि आज Safe और Control ड्रिंकिंग कर लेंगें ।
अमेरिका नें सन् 1920 में शराब को 10 साल के लिए बैन कर दिया अर्थात अमरीका में शराब बनानें पर, बेचनें पर, पीनें पर, पिलानें पर भी प्रतिबंध लगाए गए थे लेकिन वो सफल नहीं हो पाया अंतत: तेरह सालों बाद इस प्रतिबंध को हटा दिया गया । सन् 1934 में ही बिल डब्ल्यू साहब को सेल्फ रियलाईजेशन अलौकिक ओजस्वी/तेजस्वी आध्यात्मिक अनुभव/अनुभूति “”आत्म साक्षात्कार”” हुआ और उन्होंनें नशे की एवज में एक सुरक्षित कार्यक्रम की क्रियाविधि सुझाई जो कि शराब के बगैर भी सुखी, खुशहाल, मुक्त/स्वतंत्र जीवन की कारगर विधि साबित हुई पर इसके लिए आवश्यक था अपनें से महान एक उच्च ईश्वरीय शक्ति की खोज जो हमारे मन के किसी कोनें के अजीब से खालीपन को भर सके। शराबीपन को असाध्य बीमारी मानकर “”लाइलाज, जानलेवा, संक्रमण की भाँति बढ़ती हुई बीमारी”” घोषित कर दिया गया था मगर अंतत: इसका समाधान आध्यात्म से निकला ।
जब एडवांस मेडिकल रिसर्च से भी यह पता चला कि शराबीपन कोई लत या आदत नहीं है तो अमेरिकन मेडिकल एोसिएशन (American Medical Association) ने 1956 में शराबीपन को बीमारी घोषित किया इसके बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी 1964 में शराबीपन को बीमारी घोषित किया है तथा भारत सरकार के स्वास्थ्य विभाग नें भी बीमारियों की सूची में एडिक्शन को F 9 से F 20 तक डाला हुआ है ।